वृषभ राशि

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वृष राशि – इ उ ए ओ वा वी वू वे वो स्वामी – शुक्र
यह साल आपके लिये नई सफलताएँ, नई उपलब्धियों वाला रहेगा। इसका कारण है कि वर्ष 2020 की शुरुआत के समय आपकी राशि के स्वामी शुक्र आपकी राशि से भाग्य स्थान में विराजमान हैं जो कि आपके लिये इस वर्ष को बहुत ही उज्जवल व उन्नति वाला वर्ष रहने के संकेत कर रहे है। वहीं आपकी राशि से अष्टम भाव में पंचग्रही योग एक महायोग बना रहा है जो कि आपके लिये शुभाशुभ प्रभाव डालने वाला रहेगा। मंगल का आपकी राशि से सप्तम भाव में स्वराशिगत होना आपके लिये 2020 में वैवाहिक जीवन और व्यापार में सफलता मिलने के योग भी आपके लिये बना रहा है।

वर्षांरंभ के समय भाग्य के कारक शनि अपने से 12वें स्थान में होने से आपके भाग्य को थोड़ा कमजोर कर रहे हैं जिससे कि हो सकता है पिछले कुछ समय से आपके कार्य बनते-बनते अटक रहे हों। इस समय आप पर शनि की ढ़ैय्या भी चल रही है। ऐसे में आपको थोड़ा धैर्य, थोड़े विवेक से काम लेने की आवश्यकता रहेगी। क्योंकि 24 जनवरी से शनिदेव भाग्य स्थान में ही विराजमान होंगे जो कि आपके भाग्योद्य का कार्य करेंगें साथ ही आपको शनि की ढ़ैय्या से मुक्ति इस समय मिल जायेगी। इस तरह आगामी समय आपके लिये काफी सुखद रहने की उम्मीद कर सकते हैं।
वर्ष की शुरुआत के समय ही गुरु का अष्टम भाव में अष्टमेष होकर विराजमान होना आपको सेहत का ध्यान रखने की ओर संकेत कर रहा है। जाहिर है इस समय आप अपने खान-पान का ध्यान न रख पाएं। पेट संबंधी समस्याओं का ध्यान रखें। बढ़ता हुआ वज़न भी आपके लिये एक समस्या हो सकता है। हालांकि बृहस्पति की 9वीं दृष्टि आपके सुख भाव पर पड़ रही है जिससे आपके लिये घर में सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी के संकेत भी मिल रहे हैं। आप यदि अपना घर खरीदने की लंबे समय से योजना बना रहे हैं, कोई नया वाहन खरीदना चाहते हैं तो इस समय अपनी इन इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। घर में सुख सुविधाओं को बढ़ाने के लिये भी आप प्रयासरत हो सकते हैं। यदि पिछले कुछ दिनों से माता की सेहत के प्रति चिंतित हैं तो इस समय सुधार दिखाई देगा जिससे आपको राहत मिलेगी। 30 मार्च को गुरु भाग्य के स्थान में आ जाएंगे जहां पर पहले से ही भाग्य का शनि विराजमान है। भाग्य स्थान में गुरु व शनि की युति से बहुत ही शुभ संयोग आपके लिये बन रहे हैं। नीच भंग राजयोग भी इस समय आपकी राशि के लिये बन रहा है जो कि आपके लिये अपार सफलता के द्वार खोलने वाला रहेगा। शनि आपके लिये कर्मभाव के स्वामी भी हैं। बृहस्पति को अच्छा सलाहकार माना जाता है इसलिये शनि के साथ गुरु के होने से आपको लाइफ के हर पहलु पर अच्छे सुझाव मिल सकते हैं।
मई के लगभग दूसरे सप्ताह के मध्य तक का समय आपके लिये शुभ कहा जा सकता है लेकिन उसके पश्चात पहले शनि और उसके बाद गुरु क्रमश: 11 व 14 मई को वक्री हो रही हैं। शनि व गुरु की चाल उल्टी होने से आपको थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यों में धीमापन आ सकता है। भाग्य का साथ भी आपको इस समय कम ही मिलेगा। धन निवेश के मामले में कोई जोखिम न उठाएं। विशेषकर शेयर बाज़ार में निवेश करने वाले जातक सतर्क रहें। कोई नई डील इस समय करेंगें तो हो सकता है आपको उसमें अपेक्षित लाभ न मिले। इस समय विद्वान ज्योतिषाचार्यों से परामर्श लेकर ही आगे बढ़ना आपके लिये सही रहेगा।

जून के अंत में गुरु पुन: धनु राशि में आ जाएंगें इस समय आपके रूके हुए कार्यों के सिरे चढ़ने के आसार बनने लगेंगें। सितंबर तक हालात मिलेजुले रहने की उम्मीद कर सकते हैं। 13 सितंबर को बृहस्पति मार्गी हो जाएंगें। जिससे आप स्वयं में एक सकारात्मक उर्जा महसूस करेंगें। भाग्य का भी आपको इस समय से पूर्ण सहयोग मिलने लगेगा। कार्यों में सफलता मिल सकती है। लंबित कार्य पूरे होने के आसार भी बनेंगें।

23 सितंबर को राहु अपनी उच्च मानी जाने वाली (मूल त्रिकोण) राशि यानि आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगें जो कि आपके हुनर को निखारने में आपकी सहायता करेंगें। इस समय आप अपनी क्षमताओं की पहचान कर अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं जिसके लिये आपको प्रशंसा व पुरुस्कार दोनों मिल सकते हैं। जमीन जायदाद का सुख भी आपको मिल सकता है। विशेषकर पैतृक संपत्ति आपको मिल सकती है। राजकीय सम्मान की प्राप्ति भी आपको राहु दिलवा सकते हैं। जो जातक उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं, किसी प्रतिष्ठित संस्थान से कोई प्रोफेशनल डिग्री करने की सोच रहे हैं उन्हें भी सफलता मिल सकती है।इसी समय केतु भी अपनी राशि बदलकर आपकी राशि से सप्तम भाव में आ जाएंगें। पर्सनल लाइफ में आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दांपत्य जीवन पर को केतु नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। आपके लिये अचानक से रिश्ते बनेंगें और अचानक से ही बने बनाए रिश्ते टूटने की कगार पर भी पंहुच सकते हैं। सितंबर के आखिर में शनि मार्गी हो जाएंगें जिससे भाग्य का फिर से आपको साथ मिलने लगेगा। कामकाज में तेजी आएगी। अपनी कामकाजी व्यस्तता के चलते हो सकता है आप अपनी पर्सनल लाइफ की ओर थोड़ा कम ध्यान दे पाएं। हमारी सलाह है कि पर्सनल व प्रोफेशनल लाइफ में जितना हो सके संतुलन बनाकर चलें।

नवंबर के उतर्राध में गुरु के मकर राशि में आते ही पुन; नीच भंग राजयोग का लाभ आपको मिलने लगेगा। कुल मिलाकर वृषभ राशि वालों के लिये वार्षिक राशिफल 2020 की हैप्पी एंडिंग के संकेत कर रहा है।

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