![]() ज्योतिष में आचार्य जी को शोध भी उल्लेखनीय है ज्योतिष में भविष्य वाणी शत प्रतिशत परिणाम मिलता है देश कल पात्र पर भविष्यवाणी करते रहते हैं। ज्योतिष शिक्षा के क्षेत्र में तथा कुंडली मिलान विवाह उपाय रत्न व रुद्राक्ष के वारे में आचार्य पाण्डे जी के द्वारा लेख के वारे में काफी प्रसंसा की गई है। (एस्ट्रोलॉजी) ज्योतिष एक विज्ञान है इसका तंत्र से कोई लेना देना नहीं है ज्ञान को आपके ऊपर निर्भर करता है कि ज्योतिष को किस तरह से देखते हैं। ज्योतिष में मन्त्र, यंत्र, रत्न का भी विवरण है, जैसे कि कौन सा यंत्र का कब पूजन करना है। ये कुंडली के अध्ययन से पता लगाया जा सकता है वैसे ही रत्न में कौन सा रत्न किस जातक को देना चाहिए या रुद्राक्ष को कब धारण करना चाहिए इस तरह का लेख श्री आचार्य जी के द्वारा प्रमुखता लेखन किया है। आचार्य जी के गुरु वैदिक ज्योतिष में विद्वान् थे उन्ही के आशिर्बाद से आचार्य जी ने ज्योतिष का अध्ययन किया ज्योतिष में गणना का ही महत्व है। ज्योतिष के माध्यम से विशेष प्रेम परामर्श करते हैं। परिवार का प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन, अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में सच्चाई को समझ सकता है कि उनमें से प्रत्येक किस मार्ग पर चल रहा है। रोज़गार को लेकर समस्या का सामना कर रहे हैं या उन्हें इस बात की चिंता है कि वे जिस जॉब में वर्तमान में हैं, वह उनके लिए उपयुक्त नहीं है। सेवा का उद्देश्य व्यक्ति को एक कुंडली विश्लेषण प्रदान करना है जो उसे / उसके कैरियर के बारे में बताता है। वास्तु विशेषज्ञ एक घर के बारे में सिर्फ उसे देखकर जानता है। उनके द्वारा पेश की गई वास्तु सेवाएँ दसियों हैं और प्रत्येक छोटे क्षेत्र या एक बड़े बहुराष्ट्रीय निगम को पूरा करती हैं। जो उपलब्ध विकल्पों में से चुनने के बारे में चिंतित हैं, 12 वीं के बाद क्या चुनना है, या किस स्ट्रीम को चुनना है- इन सभी को शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी से ज्योतिष परामर्श में पूछा जा सकता है।आप यह देख पाएंगे कि आपके स्वास्थ्य में क्या समस्याएं आ रही हैं और आप जिन उपायों को सुझा सकते हैं, उन्हें दूर करने के लिए आप किन बदलावों को अपना सकते हैं। मनुष्य सदा से भविष्य को जानने के लिए प्रत्याशील रहा है उसके दिमाग में अज्ञात भविष्य के प्रति बराबर आशंका बनी रहती है. वह यह सोचता है कि मैं जो वर्तमान में कार्य कर रहा हूँ और जिस पर अपने सारे जीवन का श्रम, बुद्धि और धन लगा रहा हूँ, कहीं ऐसा न हो जाये कि भविष्य में मैं अपने प्रयत्नों में सफल न हो सकूं और ऐसा सोच सोचकर वह अज्ञात आशंका से डरा-डरा सा रहता है। आपका समस्या सदा के लिए नहीं आता है। धर्म ध्यान से समस्या का समाधान होता है और आपकी समस्या आचार्य के द्वारा बताया गया उपाय से आपको निश्चित सफलता मिलती है। |