विवाह के समय जन्मकुंडली और गुण-दोष मिलान तो सर्वश्रेष्ठ होता ही है। साथ ही अगर कुछ खास योगों पर भी ध्यान दिया जाए तो दाम्पत्य जीवन में खुशी-प्रसन्नता और भी बढ़ जाती है। मृगशिरा, हस्त, मूल, अनुराधा, मघा, रोहिणी, रेवती, तीनों उत्तरा, स्वाती ये नक्षत्र निर्वेध हो तो विवाह शुभ…
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