आज है गणेश चतुर्थी, जानिए पूजन और मूर्ति स्थापना विधि

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को प्रथम देव गणपति के जन्मोत्सव के लिए घर-घर में तैयारी पूरी हो चुकी है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे, लेकिन घरों में गणपति की मूर्ति, पूजा की चौकी, मोदक, लड्डू, दूर्वा, रंगोली और बंधनवार तैयार कर लिए गए हैं।…

Continue reading

रक्षाबंधन का त्योहार

रक्षाबंधन का त्योहार हर साल श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया ŕजाता है। इसके पहली वाली पूर्णिमा गुरु-पूर्णिमा थी, जो गुरु और शिक्षकों को समर्पित थी। उसके पहले बुद्ध पूर्णिमा और उसके भी पहले चैत्र-पूर्णिमा थी। तो इस पूर्णिमा को श्रावण-पूर्णिमा कहते हैं, रक्षा-बंधन का यह त्यौहार भाई-बहन के प्रेम और…

Continue reading

वसंत पंचमी

वसंत पंचमी उत्सव भारत के पूर्वी क्षेत्र में बड़े उत्साह से मनाया जाता हैं, इसे सरस्वती देवी जयंती के रूप में पूजा जाता हैं, जिसका महत्व पश्चिम बंगाल में अधिक देखने मिलता हैं। बड़े पैमाने पर पुरे देश में सरस्वती पूजा अर्चना एवम दान का आयोजन किया जाता हैं। इस…

Continue reading

माघ स्नान का महत्व

माघ, भारतीय संवत्सर का एक ऐसा माह जिसके हर दिन को पवित्र माना जाता है। जिसमें पड़ने वाली कड़कड़ाती ठंड भी लोगों की आस्था को नहीं रोक पाती। जिसमें हर रोज प्रात: काल सूर्योदय से पूर्व गंगा-यमुना सहित पवित्र नदियों व तीर्थ स्थलों पर लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं।…

Continue reading

हाथ की रेखा

हथेली की रेखाओं को पढ़ कर भूत और भविष्य बताने वाले शास्त्र को हस्तरेखा शास्त्र कहते हैं। यह कला भारत में बहुत प्रचलित है। हाथ की रेखाओं को पढ़ने वाले को हथेली पढ़ने वाला, हाथ पढ़ने वाला, हस्तरेखाविद या हस्त रेखा शास्त्री भी कहते हैं। हमारे देश में यह काम…

Continue reading

लाफिंग बुद्धा पूरी करेंगे आपकी मनोकामना

बौद्ध धर्म में ज्ञान की प्राप्ति के लिए लोग संसार की सारी मोह-माया छोड़ ध्यान में लग जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि जिसने भी ज्ञान की प्राप्ति कर ली, वह बौद्ध कहलाता है । चीनी पद्धति वाली फेंगशुई में एक्वेरियम और लाफिंग बुद्धा की महत्वपूर्ण भूमिका है। जहां…

Continue reading

शादी क्या है?

शादी एक ऐसी जोड़ी है जिसमें प्रेम होना अत्यंत आवश्यक है, चूंकि प्रेम अंधा होता है इसलिए यह अंधी जोड़ी है। शादी एक ऐसी साझेदारी है, जिसमें पूंजी पति लगाता है और लाभ पत्नी पाती है। शादी ही वह संस्कार है जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान होता है…

Continue reading

दाम्पत्य जीवन में खुशी

जन्मकुंडली-गुणदोष मिलान के साथ विवाह योग भी देखें । विवाह के समय जन्मकुंडली तथा गुण-दोष मिलान के साथ कुछ खास योगों पर भी ध्यान दिया जाए तो दाम्पत्य जीवन मेंखुशी-प्रसन्नता बढ़ जाती है । विवाह के समय जन्मकुंडली और गुण-दोष मिलान तो सर्वश्रेष्ठ होता ही है। साथ ही अगर कुछ…

Continue reading

विवाह मुहूर्त की कुछ जरुरी बातें

विवाह की तारीख तय कर रहे हैं तो इसे जरूर पढ़ें : विवाह एक मांगलिक कार्य है और हर शुभ काम शुभ मुहूर्त में संपन्न होना जरूरी है। शादी के मुहूर्त का निर्धारण करने के लिए कुंडली में विवाह संबंधित भाव व भावेश की स्थिति, विवाह का योग देने वाले…

Continue reading

जन्मकुंडली-गुणदोष मिलान

विवाह के समय जन्मकुंडली और गुण-दोष मिलान तो सर्वश्रेष्ठ होता ही है। साथ ही अगर कुछ खास योगों पर भी ध्यान दिया जाए तो दाम्पत्य जीवन में खुशी-प्रसन्नता और भी बढ़ जाती है। मृगशिरा, हस्त, मूल, अनुराधा, मघा, रोहिणी, रेवती, तीनों उत्तरा, स्वाती ये नक्षत्र निर्वेध हो तो विवाह शुभ…

Continue reading